आश्विन शुक्ल पूर्णिमा (शरद पूर्णिमा) वार शनिवार दिनांक 28-29 अक्टूबर 2023 को अश्विनी नक्षत्र और मेष राशि मे विश्व धरातल पर खंडग्रास चंद्रग्रहण घटित होगा। यह ग्रहण सम्पूर्ण भारत के अलावा समस्त एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उतरी अमेरिका के दक्षिणी भाग, यूरोप, अटलांटिक महासागर, कनाडा व हिन्द महासागर में दिखाई देगा। भारतीय समयानुसार ग्रहण का सूतक 28 अक्टूबर को साँय 04:05 से प्रारम्भ होगा।
ग्रहण का स्पर्श 28-29 अक्टूबर रात्रि 01:05 बजे।
ग्रहण का मध्य:- रात्रि 01:44 बजे।
ग्रहण समाप्ति (मोक्ष काल) :- रात्रि 2:23 बजे।
ग्रहण दृष्यकाल का कुल समय:- 01 घण्टा 18 मिनट।
ग्रहण का परम ग्रासमान: 0.12
ज्योतिषीय दृष्टि से यह सबसे बड़ा ग्रहण होगा जिसका द्वादश राशियों पर शुभाशुभ प्रभाव अधिक देखने को मिलेगा।यह ग्रहण अश्विनी नक्षत्र ओर मेष राशि मे घटित हो रहा है अतः अश्विनी नक्षत्र ओर मेष राशि के लोगो के लिए यह ज्यादा अशुभ ओर कष्ट प्रद रहेगा ।चंद्र ग्रहण का 12 राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव को आइए जानते हैं।
मेष:- मेष राशि मे चद्रग्रहण घटित होने से इस राशि वाले जातकों को अति शारीरिक अरिष्ट कष्ट के योग है अतः इस राशि के जातकों को यह ग्रहण नही देखना चाहिए।
वृष:- वृष राशि के जातकों को भी यह ग्रहण आर्थिक हानिप्रद है जिसके इस राशि के जातकों को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ सकता है अतः वृष राशि वाले जातकों को यह ग्रहण नही देखना चाहिए।
मिथुन :- मिथुन राशि वाले जातकों को इस ग्रहण को देखने से सभी कार्यों में लाभ मिलने के योग है ।
कर्क:- कर्क राशि वाले जातकों को यह ग्रहण कार्यो में अवरोध को दूर करके सुख प्रदान करेगा । मन की सारी इच्छाए दूर होगी।
सिंह:-सिंह राशि वाले जातकों को ग्रहण देखने से अपमानित होना पड़ सकता है अतः इस राशि के जातकों को यह ग्रहण नही देखना चाहिए।
कन्या:-कन्या राशि वाले जातकों को शारीरिक मानसिक अरिष्ठ का योग है किसी बड़ी बीमारी का संकेत मिल सकता है अतः इस राशि के जातकों को यह ग्रहण नही देखना चाहिए।
तुला:- तुला राशि वाले जातकों को ग्रहण देखने से दाम्पत्य जीवन मे कष्ट व कलह का योगप्रद रहेगा।
वृश्चिक:- वृश्चिक राशि वालो को यह ग्रहण काफी फायदेमंद रहेगा रुके हुए सभी कार्य मे सफलता मिलेगी।
धनु:-धनु राशि वालो के लिये इस ग्रहण को देखना चिन्ता का विषय बन सकता है ।अनावश्यक मानसिक पारिवारिक चिंताए देखने को मिलेगी।
मकर:- मकर राशि वालो को इस ग्रहण को देखने से कष्ठ का सामना करना पड़ सकता है तथा भाग्योन्नति में अवरोधकता मिलेगी।
कुम्भ:- कुम्भ राशि वाले जातकों के लिए यह ग्रहण लाभ देने वाला है अनेक प्रकार से धन की प्राप्ति होगी एवं सुखों की वृद्धि होगी।
मीन:- मीन राशि वाले जातकों को ग्रहण देखने से खर्च की अधिकता बढ़ेगी, व्यवसाय में हानि होने के संकेत रहेंगे ।
शनिवार को ग्रहण होने से काली वस्तुओं में तेजी रहेगी। ज्वार में खूब लाभ रहेगा। लाल पीले वस्त्र, तांबा, बैल आदि पशु इन सबके संग्रह से दो महीने में लाभ मिलने की संभावना रहेगी।
ग्रहण का सूतक 28 अक्टूबर को शाम को लगने के साथ ही सभी मंदिरों में दर्शन भी बाद हो जाएंगे। शरद पूर्णिमा को ग्रहण होने से खीर का प्रसाद भी नही बनाया जाएगा क्योंकि उस समय चंद्रमा ग्रहण से ग्रसित होगा, इसलिए उसकी रोशनी में खीर नही रखी जाएगी। इसलिये 27 अक्टूबर को रात्रि में खीर रख के 28 को सुबह ही प्रसाद वितरित किया जाएगा।आंशिक चद्रग्रहण आधी रात के समय भारत के प्रायः सभी शहरों में दिखाई देगा।